रात सपने में
Description
'रात सपने में' रामदरश मिश्र का नवीनतम काव्य-संग्रह है। समय की दृष्टि से तो नवीन है ही, अनुभव और विचार की दृष्टि से भी नवीन है। मिश्रजी समय के साथ चलने वाले सर्जक हैं अतः समय-जन्य यथार्थ उनके हर संग्रह में अभिव्यक्ति पाता है। हर नया संग्रह आधारभूत कवि-दृष्टि और चेतना के साथ होते हुए भी पिछले संग्रह से कुछ भिन्न दिखाई पड़ता है। 'रात सपने में' काव्य-संग्रह अपने समय के अनेक राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, सांस्कृतिक प्रसंगों, प्रश्नों, दृश्यों और मूल्यों से रूबरू हुआ है और उन्हें उसने काव्य रूप दिया है। छोटी-छोटी अनदेखी वस्तुओं पर भी कवि की दृष्टि गई है और उनके साथ जो मानवीय संबंध हैं उन्हें उजागर किया है। सहज ढंग से सादगी के साथ गहरी से गहरी बात को प्रभावशाली रूप देना मिश्रजी की विशेषता है। अतः पाठक सहज ही उनकी कविताओं के साथ हो लेता है और उनमें अपनेपन का अनुभव करता है।