हिंदी समीक्षा स्वरूप और संदर्भ

हिंदी समीक्षा स्वरूप और संदर्भ

Author रामदरश मिश्र
Year of Issue 1974
Publication Name मैकमिलन एंड कं.,दिल्ली
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Description

प्रस्तुत पुस्तक का प्रतिपाद्य हिन्दी समीक्षा का इतिहास है। विद्वान लेखक ने हिन्दी समीक्षा और समीक्षकों का विस्तार से सर्वेक्षण किया है। पुस्तक में न केवल हिन्दी समीक्षा का क्रमिक विकास दिखाया गया है, अपितु हिन्दी साहित्य पर आधुनिक समीक्षा सिद्धान्तों के प्रभाव को भी विस्तार से रेखांकित किया गया है। अपने वास्तविक अर्थ में आलोचना आधुनिक युग की उपज है और हिन्दी में इसका सूत्रपात भारतेन्दु काल से होता है। अतएव प्रस्तुत पुस्तक में हिन्दी समीक्षा के जन्मकाल अर्थात् भारतेन्दु काल से लेकर आधुनिक काल तक की समीक्षा का इतिहास विवेचित है।

 

विद्वान समीक्षक ने विषय का विवेचन तर्कसम्मत और तथ्यपोषित शैली में किया है। आवश्यक उद्धरणों की सहायता से कथनों की पुष्टि की गई है। पुस्तक में आलोचना का सिद्धान्त पक्ष तथा व्यवहार पक्ष दोनों ही समुचित रूप से स्पष्ट किए गए हैं। पुस्तक में विवेच्य सामग्री ऐतिहासिक रूप क्रम में व्यवस्थित की गई है और अध्यायों का नाम पहले से अधिक सुबोध और अर्थव्यंजक बना दिए गए हैं। पुस्तक की सामग्री उच्चस्तरीय है और स्नातक तथा स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों तथा शोध छात्रों के लिए यह पुस्तक अनिवार्य रूप से पठनीय और उपयोगी है।