अतीत का विष

अतीत का विष
Author | रामदरश मिश्र |
Year of Issue | 2006 |
Publication Name | विशाल पब्लिकेशन |
Link | ई/153, ब्लॉक ई, वेस्ट पटेल नगर, पटेल नगर, नई दिल्ली, दिल्ली, 110008 |
Description
'अतीत का विष' रामदरश मिश्र की अत्यंत प्रभावशाली कहानियों का संग्रह है। मिश्र जी अपने परिवेश में अर्जित अनुभवों से कहानियों लिखते हैं इसलिए वे प्रामाणिक होती ही हैं, अत्यंत प्रभविष्णु भी होती हैं। मिश्र जी अपने गंवई और शहरी परिवेश में मनुष्य के दुःख-दर्द के गहरे अनुभव से गुज़रे हैं, उन्हें गहरे जिया है अतः इनकी कहानियों में विभिन्न संदों में उपजी सामान्य मनुष्य की पीड़ा का चित्रण है।
संदर्भ गरीबी का हो, नारी और दलित-पीड़न का हो, पारिवारिक संबंधों की टकराहटों का हो, राजनीतिक और सामाजिक अत्याचारों का हो, धार्मिक पाखंड का हो मिश्र जी सबसे गुज़रते हैं और उनके भीतर व्याप्त आदमी के दुःख-दर्द को अपने में उतार लेते हैं तथा कहानियों में रच देते हैं। ये दुखः दर्द निष्क्रिय नहीं होते, उनके भीतर से ओज की आँच दीप्त होती है और मानवीय सार्थकता की सृष्टि करती है। मिश्र जी की प्रगतिशील दृष्टि समाज में व्याप्त हर प्रकार की प्रवंचना और विषमता का विरोध करती है और मनुष्य को मनुष्य के रूप में देखना चाहती है। इसलिए इनकी कहानियाँ पढ़ते समय पाठक द्रवित भी होता है, भले-बुरे की पहचान भी करता है और बुरे के खिलाफ उठ खड़ा होने के लिए प्रेरणा भी प्राप्त करता है।